विजन
अधिक से अधिक लोगों के लिए सिर पर छत दे सकें. ग्रुप को उंचाईयों पर ले जाना चाहते हैं, लेकिन चाहते हैं कि आकाश तक जरूर पहुंचे, परंतु पैर मजबूती से जमीन से जुड़े रहे.
पहली पसंद
रियल एस्टेट की नब्ज को पहचानने वाले संजय रहेजा उन चुनिंदा डेवलपर्स में से हैं, जिन्होंने कुछ ही सालों में फर्श से अर्श तक का सफर तय किया है. ग्राहकों को क्या पसंद है और क्या ना-पसंद इसका पूरा ध्यान रखा है. इनकी सोच इनके प्रोजेक्ट्स पर भी साफ दिखाई पड़ती हैं. यहीं वजह रही है कि कंसोल ग्रुप द्वारा छत्तीसगढ़ में कराए गए मध्यभारत के पहले रियल एस्टेट सर्वे में तकनीकी\r\nजानकारों और इस क्षेत्र में समझ रखने वाले लोगों ने बेस्ट एलिवेशन (अपार्टमेंट) के लिए संजय रहेजा को पहली पसंद बताया.
Mr. Sanjay Raheja
यदि आप में जोश, जुनून और लगन के साथ मेहनत करने का जज्बा है तो यह सारा जहंा आपके लिए बना है. काम के प्रति जुनून और कुछ अलग करने की चाहत ने डाउन टू अर्थ संजय रहेजा को बेहतर मुकाम पर ला खड़ा किया है. एस पी बिल्डकॉन के एमडी संजय रहेजा की कहानी बहुत ही दिलचस्प और प्रेरणादायक है. सटीक मार्केट रिसर्च और क्वालिटी प्रोडक्टके लिए वो एक बेहतरीन मिसाल हैं. महज 30 साल की उम्र के इस युवा बिल्डर ने राजधानी रायपुर में नए ट्रेंड स्थापित किए हैं. आमतौरपर व्यवसायिक घराने से ताल्लुकात रखने वाली युवा पीढ़ी अपने पैतृक व्यवसाय को ही आगे बढ़ाती है, लेकिन संजय ने अपने पिता केद्वारा चलाए जा रहे वेजिटेबल ऑइल इंडस्ट्री को ज्वाइन न करते हुए खुद के द्वारा कुछ और करने का मन बनाया और 2006 में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद रियल स्टेट में कदम रखा.
कैसे हुई शुरुआत
संजय बताते हैं कि उन्हें रियल एस्टेट सेक्टर के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. उन्होंने पंडरी स्थित कॉमर्शियल बिल्डिंग श्याम प्लाजा में बतौर सहयोगी डेवलपर ज्वॉइन किया और कंस्ट्रक्शन की एबीसीडी सीखने लगे. ये प्रोजेक्ट 2008 तक सफलतापूर्वक पूरा हुआ साथ\r\nही बहुत कुछ सीखने कोभी मिला. संजय अपना गुरू प्रदेश के जाने-माने बिल्डर आनंद सिंघानिया को मानते हैं. उनके ही साथ रहकर उन्होंने रियल एस्टेटसेक्टर की शुरूआती और प्राथमिक शिक्षा ग्रहण की.
टर्निंग पॉइंट
इसके बाद हिम्मत करते हुए संजय 2009 में अपने खुद के दो प्रोजेक्ट्स रहेजा टॉवर और रहेजा एक्सटेंशन लेकर आए. संजय बताते हैं\r\nकि लांचिग के वक्त और प्रोजेक्ट के तैयार होते तक सारे के सारे यूनिट्स बिक गए. 2011-12 में रहेजा टॉवर में खरीददारों को पजेशन भी दे दिया गया. कठिन प्रतिस्पर्धा वाले कॉमर्शियल बिल्डिंग केटेगरी में भी रहेजा टॉवर के सेलिंग में कोई परेशानी नहीं हुई इसकी वजह पूछने पर संजय ने बताया कि रहेजा टॉवर की दो बातें सबसे खास थीं पहली उसकी लोकेशन, फाफाडीह चौक के पास जेल रोड में सर्वसुविधायुक्त कॉमर्शियल बिल्डिंग की बहुत जरूरत थी और दूसरी खासियत थी उसकी कीमत.
जिस लोकेशन पर सभी सुविधाओं के साथ हमनें उस प्रोजेक्ट को लॉन्च किया उसकी कीमत बिल्कुल वाजिब थी. इसलिए लोगों ने इस प्रोजेक्ट को हाथों-हाथ लिया और ये प्रोजेक्ट सक्सेसफूल रहा. रहेजा टॉवर को संजय अपने जीवन का टर्निंग प्वाइंट मानते हैं. इस प्रोजेक्ट की वजह से ही सफलता के नये द्वार खुले.
कार्यशैली
संजय मानते हैं कि, एक वक्त में एक प्रोजेक्ट पर पूरा फोकस रखने से बेहतर क्वालिटी डिलीवर होती है. हालांकि वो ये भी मानते हैं कि कुछ लोग एक समय में कई प्रोजेक्ट्स पूरे करते हैं. लेकिन वो खुद के लिए एक समय में एक प्रोजेक्ट के फार्मूले को बेहतर समझते हैं और फार्मूले को अपनी सफलता का राज़ बताते हैं. साथ ही संजय अपने प्रोजेक्ट में प्राइसिंग का विशेष ध्यान रखते हैं. वो अपने प्रोजेक्ट में क्वालिटी, डिजाइन, डिलिवरी ऑन टाइम और कमिटमेंट्स के साथ ही कीमत को लेकर खास ख्याल रखते हैं. संजय बताते हैं कि उनके प्रोजेक्ट में वो अपना प्रॉफिट मार्जिन अन्य बिल्डर्स के मुकाबले बहुत कम रखते हैं जिसके चलते वो अपने बायर्स को वैल्यू फॉर मनी डिलीवर कर पाते हैं. साथ ही संजय ने अपने ग्राहकों से संवाद स्थापित करने के लिए बहुत आसान रास्ता बनाया हुआ है. वो बताते हैं कि सभी के पास मेरा पर्सनल मोबाइल नंबर होता है, मैं पूरे समय अपने प्रोजेक्ट साइट पर बैठता हूं कोई भी आकर मुझसे मुलाकात कर सकता है, बाकी बिल्डर्स की तरह अपाइंटमेंट लेने के लिए ऑफिस के कर्मचारियों या मैनेजर्स के चक्कर नहीं काटने पड़ते.
सीखने की ललक
संजय का मानना है कि व्यक्ति को पूरे समय विद्यार्थी की तरह बर्ताव करना चाहिए ताकि वह सीखता रहे. यह बात कारोबार की दुनिया में भी सही साबित होती है. क्योंकि प्रतिदिन नई-नई तकनीक सामने आ रही है. इसके लिए हमें हर समय जागरूक और सीखते रहना चाहिए. सौभाग्य से संजय को अच्छे मार्गदर्शन के साथ सबसे बेहतर बिल्डर का साथ मिला. संजय कहते हैं कि रियल एस्टेट सेक्टर में आज प्रशिक्षित मानव संसाधन की आवश्यकता है.
रहेजा रेसिडेंसी
इस प्रोजेक्ट को बेस्ट एलीवेशन, मेरी प्रॉपर्टी रियल एस्टेट अचीवर्स अवार्ड 2015 से सम्मानित किया गया है. बटरफ्लाई के शेप में मल्टीस्टोरी इस बिल्डिंग की डिजाईन बहुत ही सुंदर और यूनिक है, साथ ही इसमें वास्तु का भी विशेष ध्यान रखा गया है. मिडिल और हाई बजट सेगमेंट को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्रोजेक्ट में ग्राउंड के अलावा 10 मंजिलें हैं और ऐसे ही 12 टॉवर्स मिलाकर कुल 440 युनिट्स हैं. ये बिल्डिंग दिखने में जितनी सुंदर है, इसके कंस्ट्रक्शन करने में उतनी ही मेहनत इंजीनियर्स को करनी पड़ी. अप्रैल 2013 में शुरु हुए इस प्रोजेक्ट को बायर्स का बेहतर रिस्पॉन्स मिल रहा हैऔर बुकिंग लगातार जारी है. संजय बताते हैं कि कमिटमेंट के मुताबिक जुलाई 2016 में वह इस प्रोजेक्ट का पजेशन अपने बायर्स को दे देंगे.
कंपनी के बारें में
आज रियल एस्टेट की दूनिया में एसपी बिल्डकॉन ग्रुप एक जाना माना नाम है. कंपनी ने बेहतरीन इंजीनियरिंग, उत्कृष्ट निर्माण और उम्दा सेवा के बल पर रियल एस्टेट के क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाई है. ग्रुप की विशेषता खूबसूरत डिजाइन और मार्डन सुविधाओं से युक्त बेहतर घरों व शॉप का निर्माण करना है. अपने बेजोड निर्माण व खूबसूरत एलिवेशन के कारण ग्रुप घर चाहने वालों के लिए पहली पसंद बना हुआ है.
प्रोजेक्ट्स…
क्च रहेजा टावर, लोकेशन – जेल रोड, रायपुर क्च रहेजा एक्सटेंशन, लोकेशन – एम.जी. रोड, रायपुर क्च रहेजा रेसीडेंसी, लोकेशन – सेंट जेवियर स्कूल के पास, रायपुर
संजय रहेजा, एमडी, रहेजा ग्रुप